Warriors वाईट for वाइरस कॉरोना Warriors ब्राउन for लॉक्डाउन
Warriors of Covid-19 and Lockdown
देर रात को साडे १२ बजे,,
ट्रिन्न ट्रिन( मोबाइल की घंटी बजती है)
मम्मी!! मम्मी!! पापा का फोन आया है, में उठाती हूं..( खुश होती हुई छोटी सोना अपनी मम्मी से)
"हेल्लो"( डॉ सोहम फोन पे)
"हेल्लो पापा!!! (सोना खुश हो कर) , आपको पता है में आज आपसे बात करने के लिए देर रात तक जगी हूं, आप फोन करते हो कभी कभी तो में तब सो जाती हूं तो बात भी नहीं कर पाती!
पापा आप कब घर आ रहे हो? में आपको बहोत ही मिस करती हूं...
"हां बेटा में भी आपको बहुत ही मिस करता हूं, केसी है तू? क्या खिलाया आज आपको अपनी मम्मी ने?? (डॉ सोहम अपनी बेटी सोना से)
आप कुछ मुझे मिस नहीं कर रहे! झूठ बोल रहे हो! आपसे नाराज हूं में!! ( सोना अपने पापा से )
गुड बेबी ऐसा नहीं करते.. में जल्द ही आ जाऊंगा घर और ढेर सारी चॉकलेट लेके आऊंगा! ( डॉ रोहन सोना से)
"सच में"( सोना अपने पापा से)
"सर वो patient की हालत गंभीर लग रही हैमुझे, आप चेक कर लोगे?!!!( नर्स घबराती हुई डॉसोहम से)
डॉ सोहम दोड़के जाते है! ( फोन कट हो जाताहै)
पापा! हेल्लो पापा!! आप चॉकलेट लाओगे ना!?
मम्मी! पापा बोल नहीं रहे कुछ! लगता है पापा ने फोन काट दिया! ( सोना अपने मम्मी से)
"बेटा उनको कोई इमरजेंसी आ गई होगी, बाद में करेंगे वो फोन!
कितने दिनों के बाद बात की मैने!! उसमे भी पापा ने फोन काट दिया!! कब आएंगे पापा घर??
जल्द ही आ जाएंगे बेटा! ( सोना की मम्मी सोना से)
ये बातचीत ही बता देती है कि एक डॉ और नर्स अभी केसे सारी जिम्मेदारियां लेके कोरोनावायरस केसामने लड़ रहे है!
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हम सबके लिए, अपने खुद के बच्चे, खुद के परिवार के साथ रहने की बजाए दूर रह रहा है वोभी कोइ स्वार्थ को देखे बिना, हा! एक डॉ का काम ही यही है कि वो ईश्वर का रूप होकर लोगो की सेवा करके लोगो को मौत के मुख सेबाहर निकाने! पर यहां अभी स्थिति ही इसी है कीCoronavirus की फैलाने की इतनी भयंकर स्थिति को देख के कोई भी पीछे हट जाए! अपनी खुद कीजान को खतरे में डाल केदूसरो को ठीक करने लगे हुए है! वो भी कितनो दिनों से अपने परिवार से दूर रहकर, उनका भी परिवार है ही ना!! उनकेभी बीवी-बच्चे है!! तो भी आज सबसे आगे होकर कोरोनावायरस का सामना कर रहे है! ये बात हुई"Warriors वाईट for वाइरस कॉरोना"
इसी ही स्थिति"Warriors ब्राउन for लॉक्डाउन" या नी की पुलिस कर्मियों की है! जोखुद भी ये लॉकडाउन के बीच दिनरात जनता को घर बिठाने के पीछे लगे हुए है, और लॉकफाउन को अच्छी तरह से अपने परिवार से दूर, पुलिस थाने में रात गुजार के रहते हुए, सड़कों पे खाना खातेहुए, इतनी तेज धूप में जलते हुए, सबको हाथ जोड़ जोड़ कर घर पे रहो की आज्ञा कर रहे है, समझा रहे है लोगो को!
उनको हमें साथ देना है पर"घर बैठ के, नहीं की घर के बाहर टहेलके"
आइए हम सब मिलके वाईट और ब्राउन वॉरियर्स और दूसरे भी अलग अलग जो भी लोग ये कोरॉना वाइरस और लॉकडॉउन के पीछे अपनीजान की परवाह किए बिना श्रेष्ठ योगदान दे रहे हैवो सब लोगो को दिलसे शुक्रिया अदा करते है! सलाम है उन लोगो को!
~Nena
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